मोरनी मोर के आंसू से
क्यों गर्भवती नहीं हो सकती, जब भारत में कान
से, खीर खाने से, आम खाने से, मैल से, घांस से, घड़े आदि से
गर्भवती होने और बच्चा पैदा होने की गौरवपूर्ण परंपरा रही है।
भारत ऐसे ही विश्व
गुरु नहीं था। नाश हो, नामुराद मुगलों और अंग्रेजों का, जिन्होंने उस ज्ञान की गौरवशाली परंपरा को मिटा दिया, वरना आप देखते कि कैसे यहाँ के ऋषि लोग गौ-मूत्र से भी बच्चा कर के दिखा
देते।
विश्व-गुरु भारत के
लिए तब कुछ भी असंभव नहीं था। सच में। ..एकदम कसम से।